विकास ने निधि की आंखों में देखते हुए कहा, “तुम बहुत खास हो..

शादी के बाद का माहौल: निधि की शादी को अभी दो ही दिन हुए थे, चारों ओर खुशियों का माहौल था। हर कोई दुल्हन को हंसी-मजाक में व्यस्त रखने की कोशिश कर रहा था, ताकि…

निधि की शादी को अभी सिर्फ दो ही दिन हुए थे। चारों ओर खुशियों का माहौल था। हर कोई दुल्हन को हंसी-मजाक में व्यस्त रखने की कोशिश कर रहा था, ताकि उसे मायके की याद न सताए। नए परिवार में हर कोई उसे खुश रखने की कोशिश कर रहा था।

कभी कोई आकर उसे छेड़ जाता, तो कभी कोई प्यार से उसकी तारीफ करता। इन सभी के बीच, निधि के पति, विकास, भी उसकी खुशी का पूरा ख्याल रख रहे थे। वे बड़े मजाकिया स्वभाव के थे और अक्सर निधि के साथ मजाक करते रहते थे। जब भी निधि विकास से अकेले में मिली थी, विकास ने उसकी तारीफों के पुल बांधे थे। निधि को लगने लगा था कि उसकी शादी का जीवन एक खूबसूरत सपने जैसा होगा।

लेकिन, इस खुशहाल माहौल में एक बात निधि को अंदर ही अंदर परेशान कर रही थी। विकास ने अपने पहले प्यार, पारो, के बारे में बात की थी। पहली बार जब विकास ने पारो का जिक्र किया, तो वह हंसते हुए बोले थे, “पारो बहुत खास है। उसे सब बहुत पसंद करते हैं, और वह दो दिन बाद यहां आ रही है। शादी पर तो नहीं आ पाई, लेकिन अब आ रही है।”

ये शब्द सुनते ही निधि के मन में एक अजीब सी बेचैनी पैदा हो गई थी। कौन है यह पारो? क्या विकास के जीवन में अब भी उसका कोई स्थान है? क्या विकास उसे अभी भी चाहता है? निधि के मन में सवालों का झंझावात उमड़ने लगा। वह जानना चाहती थी कि आखिर यह पारो कौन है, जिसने विकास के जीवन में इतनी गहरी छाप छोड़ी है।

निधि के मन में एक बेचैनी सी थी। वह पूरे कमरे में पारो की कोई तस्वीर या निशानी ढूंढने लगी। उसने विकास का पर्स तक चेक कर लिया, लेकिन उसे कुछ भी हाथ नहीं लगा। इन दो दिनों में कैसे-कैसे ख्याल निधि के मन में आए, यह सिर्फ वही जानती थी। उसने खुद को संभालने की कोशिश की, लेकिन पारो के बारे में जानने की उत्सुकता उसे हर पल बेचैन कर रही थी।

अंततः, वह दिन आ गया, जब पारो के आने की खबर घर में फैल गई। घर के सभी सदस्य पारो के स्वागत की तैयारी में जुट गए, जैसे कोई बहुत ही खास मेहमान आ रहा हो। घर में हलचल मच गई, और हर कोई व्यस्त हो गया। निधि की सास ने खुद कहा, “पारो का स्वागत हमारी नई बहू निधि ही करेगी।”

निधि के मन में उठ रहे सवालों का तूफान और तेज हो गया। आखिर यह पारो कौन है, जिसके आने पर घर में इतनी उत्सुकता और उल्लास है? उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह इस स्थिति से कैसे निपटेगी। तभी एक जोरदार शोर उठा, “पारो की गाड़ी आ गई!”

निधि ने हिम्मत जुटाई और कार की ओर बढ़ी। जैसे ही वह कार के पास पहुंची, उसे अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ। पारो, जिसकी इतनी चर्चा हो रही थी, वह कोई और नहीं बल्कि एक प्यारी सी पालतू बिल्ली थी! निधि को बिल्लियों का बहुत शौक था, और यह देखकर वह हंस पड़ी।

विकास ने हंसते हुए निधि की ओर देखा और कहा, “तो ये है मेरी पारो, जिसे मैंने तुम्हारे आने से पहले ही इस घर का हिस्सा बना लिया था।”निधि की हंसी रुकने का नाम नहीं ले रही थी। उसे याद आया कि कैसे उसने पारो को लेकर तरह-तरह के ख्याल बनाए थे। उसने विकास की ओर देखा और मुस्कुराते हुए कहा, “मैं तो समझी थी कि आपकी जिंदगी में कोई और लड़की है।”

विकास ने मजाकिया अंदाज में जवाब दिया, “लड़की तो एक ही है, और वह हो तुम, निधि जी।”दोनों हंसने लगे, और पूरे घर में खुशी की लहर दौड़ गई। सभी ने पारो का स्वागत किया, जैसे वह घर का एक महत्वपूर्ण सदस्य हो। निधि ने राहत की सांस ली और महसूस किया कि उसकी शादीशुदा जिंदगी वास्तव में एक खूबसूरत सफर होगी, जिसमें हंसी, प्यार और विश्वास का स्थान सबसे ऊपर होगा।

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