Pappu Yadav Father Passed Away: 83 वर्षीय चंद्र नारायण यादव का लंबी बीमारी के बाद निधन, बेटे पप्पू यादव ने किया भावुक पोस्ट साझा।
पूर्णिया से पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव के पिता चंद्र नारायण यादव का मंगलवार सुबह पटना एम्स में निधन हो गया। 83 वर्षीय चंद्र नारायण यादव पिछले दो वर्षों से गंभीर रूप से बीमार चल रहे थे। उन्हें चलने-फिरने में भी कठिनाई हो रही थी। तीन सितंबर को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने पर उन्हें पूर्णिया के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालात बिगड़ने के बाद उन्हें 8 सितंबर को पटना एम्स में स्थानांतरित किया गया, जहां उन्होंने मंगलवार सुबह 6 बजे अंतिम सांस ली।
इस दुखद खबर को साझा करते हुए, पप्पू यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक भावुक पोस्ट लिखा, “मेरी दुनिया उजड़ गई! मेरे सृजनकर्ता, आदर्श, मेरे विचारकेंद्र, मेरे प्रेरणास्रोत, मेरे पथ प्रदर्शक, मेरी शक्ति के उत्स पिताजी नहीं रहे!”
लंबे समय से चल रही थी बीमारी ।
चंद्र नारायण यादव पिछले दो वर्षों से लगातार बीमार थे। उन्हें चलने में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। परिवार ने उन्हें बेहतर उपचार के लिए पहले पूर्णिया के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन स्थिति में सुधार न होते देख 8 सितंबर को पटना एम्स लाया गया। इसके बाद से ही पप्पू यादव लगातार उनके साथ थे और अपने पिताजी की देखभाल में जुटे हुए थे।
पप्पू यादव ने 9 सितंबर को X पर जानकारी दी थी कि उनके पिता पटना एम्स में भर्ती हैं और वह अपने जनसेवा के सभी कार्यों को सहयोगियों को सौंपकर पिता की देखभाल कर रहे हैं। अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा था, “मेरे पिताजी केवल मेरे सृजनकर्ता नहीं हैं, बल्कि वह मेरी विचारधारा और दर्शन के भी निर्माता हैं। उनका सानिध्य मेरी सर्वोच्च शक्ति है।”
सामाजिक और राजनीतिक जीवन में चंद्र नारायण यादव का योगदान
चंद्र नारायण यादव अपने जीवनकाल में एक सम्मानित व्यक्ति रहे। उन्होंने अपने समाज और समुदाय के लिए कई महत्वपूर्ण योगदान दिए। उनके पुत्र पप्पू यादव ने भी उनके दिखाए रास्ते पर चलते हुए समाजसेवा और राजनीति में अपना एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया। चंद्र नारायण यादव का जीवन उनके परिवार और समर्थकों के लिए हमेशा प्रेरणास्रोत रहेगा।
अंतिम संस्कार की जानकारी
चंद्र नारायण यादव का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में किया जाएगा। परिवार के करीबी सूत्रों के अनुसार, अंतिम संस्कार के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं और कई राजनेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और समर्थकों के उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंचने की उम्मीद है।
निष्कर्ष:
चंद्र नारायण यादव का निधन न केवल उनके परिवार के लिए एक बड़ा नुकसान है, बल्कि उनके पुत्र पप्पू यादव के राजनीतिक जीवन और उनके समर्थकों के लिए भी एक गहरी क्षति है। उनकी विचारधारा और समाज के प्रति समर्पण हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेगा।